
ठाणे: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खोपट स्थित डिपो में एसटी की इलेक्ट्रिक बस का लोकार्पण किया। इस दौरान, मुख्यमंत्री की नजर डिपो के टॉइलेट पर पड़ी, तो गंदगी देख भड़क गए। उन्होंने कर्मचारियों के रेस्ट रूम का भी जायजा लिया। शिंदे ने चेतावनी दी कि वह दो-तीन दिन में फिर से डिपो में चक्कर लगाएंगे और उसके बाद काम न करने वाले लोगों की सफाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रुकने वाला रेस से बाहर निकल जाता है, इसलिए उन्हें दौड़ने वाले लोग पसंद हैं। शिंदे ने कहा है कि अच्छा काम करने वालों की वह सराहना करते हैं। आदमी में काम करने की लगन होनी चाहिए, लेकिन जो अपना काम अच्छे तरीके से नहीं करता, तो उस पर कार्रवाई भी की जाती है।इस दौरान शिंदे ने उपस्थित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य में स्वच्छता मुहिम जारी है। एसटी डिपो के टॉइलेट और रेस्ट रूम को भी स्वच्छ होना चाहिए। जल्द खोपट डेपो का कायापलट होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से ऑफिस में बैठने के बजाय फील्ड पर काम करने की बात कही।
गांव के लोग भी लेंगे एसी बस का मजा
विभिन्न चरणों में 5,150 इलेक्ट्रिक बसें राज्यभर के एसटी बेड़े में शामिल होंगी। ठाणे से नासिक और बोरीवली से नासिक के लिए 20 बसें चलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में रहने वाले लोग इलेक्ट्रिक और एसी बसों में सफर करते हैं, लेकिन गांव में रहने वाले लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पाती है। इसलिए उन्होंने इलेक्ट्रिक और एसी बस की सुविधा को लेकर जोर दिया और विश्वास दिलाया कि जल्द ही ग्रामीण, दूरदराज के लोग इलेक्ट्रिक और एसी बस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। शिंदे ने बताया कि एसटी स्टैंड्स के सौंदर्यीकरण के लिए औद्योगिक विकास मंडल की तरफ से 600 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।